Apara Ekadashi 2025: व्रत कथा, पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व | Apara Ekadashi Vrat Katha l Astro Annshul Sri
🔗 अपरा एकादशी 2025 व्रत कथा सुनें
🌼 अपरा एकादशी 2025 व्रत विशेष लेख
📅 तिथि व दिनांक:
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अपरा एकादशी व्रत तिथि: शुक्रवार, 23 मई 2025
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एकादशी प्रारंभ: 22 मई 2025 को रात्रि 08:50 PM से
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एकादशी समाप्ति: 23 मई 2025 को रात्रि 10:20 PM तक
🕉️ पारण (व्रत खोलने का समय):
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पारण का समय: 24 मई 2025 को सुबह 06:00 AM से 08:25 AM तक
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द्वादशी तिथि समाप्त: 24 मई 2025 को दोपहर 11:52 AM तक
🔱 अपरा एकादशी का महत्व:
अपरा एकादशी को "अज्ञात पापों से मुक्ति दिलाने वाली" एकादशी कहा जाता है। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए शुभ मानी जाती है जो पिछले पापों से छुटकारा पाना चाहते हैं। इस व्रत को करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है और जीवन में शांति, सफलता एवं समृद्धि आती है।
🙏 व्रत विधि (Puja Vidhi):
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व्रती को प्रातःकाल स्नान करके व्रत का संकल्प लेना चाहिए।
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भगवान विष्णु की प्रतिमा को पंचामृत से स्नान कराएं।
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तुलसी दल, पीले फूल, पीले वस्त्र व दीपक से पूजन करें।
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"ॐ नमो भगवते वासुदेवाय" मंत्र का 108 बार जाप करें।
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विष्णु सहस्रनाम, गीता पाठ, या श्री हरि स्तोत्र पढ़ें।
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दिनभर उपवास रखें – निर्जला या फलाहार व्रत।
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रात्रि में श्री विष्णु का कीर्तन करते हुए जागरण करें।
📖 अपरा एकादशी व्रत कथा (Vrat Katha):
प्राचीन काल में महिष्मति नगरी में महीर्ष नामक एक राजा राज्य करता था जो न्यायप्रिय और धार्मिक प्रवृत्ति का था। एक बार एक ब्राह्मण ने उसे बताया कि एक समय उसने जाने-अनजाने में बहुत पाप किए हैं। तब नारद मुनि ने उसे "अपरा एकादशी व्रत" करने की सलाह दी। राजा ने विधिपूर्वक यह व्रत किया, जिससे उसके सारे पाप नष्ट हो गए और उसे दिव्य लोक की प्राप्ति हुई।
🌟 व्रत करने के लाभ:
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पितृ दोष और पापों से मुक्ति
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कोर्ट-कचहरी से राहत
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आर्थिक संकटों का निवारण
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मोक्ष की प्राप्ति
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पूर्वजों को शांति
🌿 क्या दान करें इस दिन:
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चने की दाल
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पीले वस्त्र
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तुलसी का पौधा
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धर्मग्रंथ या गीता
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गाय को चारा
🍋 व्रत में क्या खाएं:
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साबूदाना खिचड़ी
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फल
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दूध
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सेंधा नमक से बना खाना
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लौकी का हलवा
📚 क्या पढ़ें इस दिन:
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श्री विष्णु सहस्रनाम
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गीता का अध्याय 12
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विष्णु पुराण
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"अपराधों से मुक्ति" पर आध्यात्मिक लेख
🧘♂️ मंत्र एवं स्विच वर्ड्स:
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मूल मंत्र: “ॐ विष्णवे नमः”
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स्विच वर्ड: “CLEAR DIVINE GRACE NOW” – पाप नाश हेतु उपयोगी।
🚫 क्या न करें इस दिन:
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मांस-मदिरा का सेवन
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क्रोध और कलह
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तामसिक भोजन
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नींद में दिन बिताना
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झूठ बोलना या किसी को अपमानित करना
🔔 विशेष नोट:
इस दिन व्रत का संकल्प लेकर यदि कोई व्यक्ति सच्चे मन से श्री हरि विष्णु का स्मरण करता है तो उसे हजारों यज्ञों का फल प्राप्त होता है।
🔮 Astro Annshul Sri की सलाह:
अपरा एकादशी केवल एक पर्व नहीं, बल्कि आत्मशुद्धि का एक मार्ग है। इसे पूर्ण श्रद्धा, निष्ठा और नियमों के साथ करने से जीवन के अनेक कष्टों से मुक्ति संभव है।

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